बाढ़ पर सरकारी नाकामी की घंटी बजाओ । GHANTI BAJAO
बाढ़ बारिश से जन धन की कितनी बड़ी हानि होती है. नमस्कार मैं अखिलेश आनंद हूं और आप देख रहे हैं अपना पसंदीदा शो घंटी बजाओ. घंटी बजाओ मतलब आपकी आवाज को मंच देने वाला शो. घंटी बजाओ मतलब आपके जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर सरकार और सिस्टम से हर रोज सवाल पूछने वाला शो. आज घंटी बजाओ में हम जिस मुद्दे की गहराई से पड़ताल करने वाले हैं वो हर साल हमारे देश के लाखों लाख लोगों को प्रभावित करता है. इन दिनों आप अक्सर बाढ़ बारिश से बेहाल लोगों की तस्वीरें देख रहे होंगे. गांव हो या शहर हर तरफ पानी का प्रहार प्रंचड है और सरकारें लाचार. सिस्टम सरेंडर कर चुका है. क्या आप जानते इस तरह की विभिषिकाओं से निपटने के लिए हजारों करोड़ का सरकारी फंड खर्च होता है लेकिन फिर भी बदहाली का साल दर साल वही आलम नजर आता है. हम ये जानते हैं कि कुदरत पर किसी का वस नहीं लेकिन कुदरत की मार कम तो की ही जा सकती है. क्यों नहीं हमारी सरकारें कोई दूरगामी योजना बनाती हैं ताकि हर साल सैकड़ों जानें ना जाएं, सैकड़ों करोड़ का इंफ्रास्ट्रक्चर बर्बाद ना हो. घंटी बजाओ की ये रिपोर्ट देखिए और 8422840000 पर उन सरकारों के खिलाफ घंटी बजाईए जिन्होंने जनता को कुदरत के भरोसे छोड़ दिया है