Sengol Controversy: विपक्ष का सवाल लोकतंत्र के मंदिर में राजतंत्र के प्रतीक की क्या जरूरत?
एबीपी न्यूज वेब डेस्क
Updated at:
27 Jun 2024 07:29 PM (IST)
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In AppABP News: 'सदन में पीठ के ठीक दाहिने स्थापित सेंगोल देखकर मैं आश्चर्यचकित रह गया. हमारा संविधान भारतीय लोकतंत्र का एक पवित्र ग्रंथ है जबकि सेंगोल अर्थात राजदंड राजतंत्र का प्रतीक है. हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है किसी राजे-रजवाड़े का राजमहल नहीं...अत: मैं आग्रह करना चाहूंगा कि संसद भवन से सेंगोल हटाकर उसकी जगह भारतीय संविधान की विशालकाय प्रति स्थापित की जाए...-आर के चौधरी... सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में सीएम योगी ने लिखा- समाजवादी पार्टी को भारतीय इतिहास या संस्कृति का कोई सम्मान नहीं है. सेंगोल पर उनके शीर्ष नेताओं की टिप्पणी निंदनीय है और उनकी अज्ञानता को दर्शाती है.