Swachhta Abhiyan: कोविड के बाद बनी सरपंच, प्रियंका ने पूरे गांव में लगा दिया प्लासिटक पर बैन!
2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती पर शुरुआत..राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था अभियान..2019 में खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य.. यूपी के हाथरस के राजपुर गांव की सरपंच प्रियंका से सुनिए उनकी कहानी.. 'मेरे पिता आर्मी में थे, मेरा जन्म जोधपुर में हुआ फिर दिल्ली शिफ्ट पढ़ाई की मीडिया में भी काम किया काफी सोशल वर्क किया, पर ये कभी नहीं सोचा था की पंचायत में जाकर इस तरह स्वच्छता का कुछ भी काम करूंगी, जब मेरी शादी हुई उसके दो महीने बाद कोविड आ गया, LOCKDOWN के बाद जब हम अपने गांव गए तब पंचायत की क्या स्थिती है ये मालूम चली, जो की काफी दयनीय लगी. मेरे गांव का एक तपका इस तरह से रह रहा थी जो शायद शहर में रहने वाले सोच भी नहीं सकते थे फिर मेरी JOURNEY शुरू हुई मैनें प्रधान का चुनाव भी सिर्फ स्वच्छता के मुद्दे पर लड़ा था काफी बड़ी बहुमत से मैं जीती थी और सबसे अच्छी चीज ये कि जिस दिन मैंने OATH लिया उस दिन मैंने अपने पंचायत में प्लासटिक बैन करवा दिया..'