सम्मान के घमासान के पीछे की असली कहानी!
संविधान पर संसद में चार दिन की चर्चा कल ही खत्म हो गई।..13 और 14 को लोकसभा में..और 16-17 को राज्यसभा में लंबी चर्चा हुई। कुल मिलाकर चर्चा का सार था कि संविधान की कौन ज़्यादा कद्र करता है..बीजेपी या कांग्रेस?.. किसने रक्षा की है, किसने चौपट किया है। वैसे तो संविधान का नाम लेते ही बाबा साहेब आंबेडकर का नाम आ जाता है। इन चार दिनों में भी आया। ..लेकिन आज अलग ही शोर मचा। आज संसद शुरू हुई तो कांग्रेस के सांसद संसद के बाहर नारे लगा रहे थे। हाथों में आंबेडकर की तस्वीरें थीं और नारों में एक ही मांग थी कि गृह मंत्री अमित शाह माफ़ी मांगें। दूसरा प्रदर्शन देखिये। शाम को आम आदमी पार्टी ने बीजेपी दफ्तर पर प्रदर्शन किया था। केजरीवाल नेतृत्व कर रहे थे। यहां दो मांगें थीं- अमित शाह माफ़ी मांगें..इस्तीफ़ा भी दें। जानिए विपक्ष क्यों गृह मंत्री से नाराज़ हैं..उसे क्यों लगता है कि अमित शाह ने आंबेडकर का अपमान किया है। विपक्ष के बयानों में 4 शब्द हैं, संविधान, भगवान, आंबेडकर और अपमान।..यहां से पूरी क्रोनोलॉजी समझिये।