अबकी बार...'शीशमहल' पर आर-पार!
दिल्ली में चुनाव के एलान के बाद जिस चीज़ की सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है वो है दिल्ली के सिविल लाइंस में 6 फ्लैग स्टाफ रोड का एक बंगला...अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री रहने के दौरान इस बंगले में रहे...अरविंद केजरीवाल के इस्तीफ़े के बाद PWD ने ये बंगला क़रीब 3 महीने पहले मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी को अलॉट किया था...लेकिन कल चुनाव के एलान के फौरन बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने ये आरोप लगाया कि उन्हें जो बंगला आवंटित किया गया था, उसे वापस ले लिया गया है...इसके जवाब में PWD की तरफ से सफाई आई कि इस बंगले को लेकर फिलहाल जांच चल रही है और जांच के चलते अभी आवंटन संभव नहीं है...आज ये विवाद एक क़दम और आगे बढ़ गया...आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज आज इस बंगले को दिखाने के लिए मीडिया के साथ पहुंच गए...वहां तैनात पुलिस ने उन्हें रोका तो वो वहीं धरने पर बैठ गए...दूसरी तरफ़ दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ये साबित करने के लिए मुख्यमंत्री आतिशी के आवास पर पहुंच गए कि उनके पास पहले से ही बंगला है तो फिर उन्हें और कितने बंगले चाहिए...यानी बंगले को लेकर वार-पलटवार चलता रहा...बीजेपी सिविल लाइंस वाले बंगले को शीशमहल बताकर केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगा रही है...आज के महादंगल में सवाल कि क्या अबकी बार दिल्ली में बंगले पर आर-पार है...सवाल ये भी कि दिल्ली के चुनाव में शीशमहल कितना बड़ा मुद्दा है...क्या इस मुद्दे के सहारे बीजेपी अरविंद केजरीवाल की आम आदमी वाली छवि को दूर करना चाहती है...और सवाल ये भी कि क्या शीशमहल की लड़ाई में दूसरे मुद्दे ग़ायब हो गए हैं...महादंगल में चित्रा त्रिपाठी के साथ इस ही मुद्दे पर जोरदार बहस...