नेताओं की जहरीली जुबान पर लगाम कब ?। Ghanti Bajao
आज घंटी बजाओ की शुरुआत संत कबीर दास के एक दोहे के साथ. कबीर ने कहा था, बोली एक अनमोल है.. जो कोई बोलै जानि. हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि. मतलब बोली यानि वाणी एक अनमोल रत्न है. ह्रदय के तराजु में तोलकर ही उसे मुंह से बाहर करना चाहिए. दरअसल बोली से बड़े से बड़े मसले सुलझ भी सकते हैं और उलझ भी सकते हैं तो सवाल है कि हमारे देश में इन दिनों जो नफरती बोल बोले जा रहे हैं कि क्या वो जानबूझ कर माहौल खराब करने के लिए बोले जा रहे हैं. अब आप देखिए हैदराबाद में आज दिन भर हंगामा होता रहा. कभी प्रदर्शन हुआ, कभी लाठियां चलीं, कहीं तनाव है , कहीं बवाल है. वजह है एक विधायक के जहरीले बोल. बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि जहरीले बयानों के कितने सौदागर हैं ? आखिर नफरत की सियासत कब तक चलेगी? सवाल है कि साम्प्रदायिकता की आग में कब तक घी डाला जाता रहेगा. अगर आपको लगता है कि ये सब बंद होना चाहिए तो फोन उठाइए और 8422840000 पर मिस्ड कॉल दीजिए और देखिए हमारी रिपोर्ट