(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जानिए मेधावी बच्चों की मदद का अनोखा मॉडल- 'विद्यार्थी विकास योजना'
ऐसे कितने ही मेधावी बच्चे होते हैं जिनके परिवार की गरीबी के कारण, उन्हें अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के मौकों से समझौता करना पड़ता है । उन जरुरतमंद बच्चों को ना तो कोई एजुकेशन लोन मिल पाता है और ना ही कोई और उनकी मदद के लिए सामने आता है, ऐसी ही होनहार प्रतिभाओं को उनके लक्ष्य तक पहुंचने में मदद कर रहा है – महाराष्ट्र में सक्रिय कुछ रिटायर्ड लोगों का प्रकल्प – विद्यार्थी विकास योजना । मुंबई से सटे ठाणे शहर में रहने वाले रवींद्र कर्वे और उनके कुछ साथियों ने सेवा सहयोग संगठन के साथ मिलकर ये प्रकल्प शुरु किया और 2008 में केवल 5 ऐसे मेधावी विद्यार्थियों को उनकी उच्च शिक्षा के लिए मदद की तब से अब तक ये विद्यार्थी विकास योजना अब तक पूरे महाराष्ट्र में हज़ारों विद्यार्थियों को 16 करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद कर चुकी है । इतने वर्षों में इनसे मदद पाकर काबिल बने विद्यार्थी भी दूसरे जरुरतमंद बच्चों की मदद करने लगे हैं और साथ ही सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन जैसे मददगारों ने भी इस नेक काम में हाथ बढ़ाया है। उम्मीद है, समाज से लेकर, समाज को वापस देने के मॉडल पर चल रही विद्यार्थी विकास योजना के जरिए अब हज़ारों नहीं, लाखों विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और बेहतर जीवन पाने के अवसर देगी – विद्यार्थी विकास योजना ।
रिपोर्टर एवं प्रोड्यूसर – विकास कौशिक