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छत्तीसगढ़ में एक फैसले से बदली लाखों किसानों की जिंदगी, उनके घरों में अब है खुशियों का डेरा
ये विकास का छत्तीसगढ़ मॉडल है. इसके केंद्र में शहरों के साथ गांव भी हैं. नौकरीपेशा करने वाले लोगों और कारोबारियों के साथ किसान भी हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसान पुत्र हैं और उनका दिल किसानों के लिए धड़कता है. यही वजह है कि भूपेश बघेल ने प्रदेश की कमान संभालते ही अपने वादे के मुताबिक सबसे पहले किसानों का कृषि कर्ज माफ किया. उनके इस फैसले ने लाखों किसान परिवारों की अंधेरी जिंदगी में खुशियां भर दीं. सरकार ने करीब 6 हजार करोड़ रुपये का कृषि कर्ज माफ किया है. यही नहीं किसानों के नान परफार्मेंस खातों के वन टाइम सेटलमेंट पर भी सरकार ने करीब 6 सौ करोड़ रुपये खर्च किये हैं. 207 करोड़ रुपये का बकाया सिंचाई कर भी माफ किया है. इससे करीब 15 लाख किसानों को लाभ हुआ है. सरकार के इस फैसले से लाखों घरों में बेहतर जीवन के सपने खिलखिलाने लगे हैं. सरकार के इस फैसले से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंचा है. किसान बची हुई पूंजी का इस्तेमाल दूसरी जरूरतों को पूरा करने में कर रहे हैं. इससे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था पर मंदी का असर भी नहीं पड़ा है. छत्तीसगढ़ सरकार का नारा भी यही है - खुशहाल किसान, खुशहाल छत्तीसगढ़.
(डिस्क्लेमर: ये ABPLive Brand Studio की प्रस्तुति है. कार्यक्रम में बताई गयी जानकारियाँ, विचार और अनुभव कार्यक्रम में शामिल लोगों के निजी विचार हैं, इससे एबीपी न्यूज़ नेट्वर्क का कोई लेना देना नहीं है.)
(डिस्क्लेमर: ये ABPLive Brand Studio की प्रस्तुति है. कार्यक्रम में बताई गयी जानकारियाँ, विचार और अनुभव कार्यक्रम में शामिल लोगों के निजी विचार हैं, इससे एबीपी न्यूज़ नेट्वर्क का कोई लेना देना नहीं है.)
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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