Dev Deepawali पर जगमगाएंगे गंगा घाट, 15 लाख दीयों से जगमग होगी बाबा की नगरी Kashi
आज देव दीपावली है. आज पवित्र धार्मिक माह कार्तिक का समापन होगा और कल से माघ महीने की शुरुआत होगी. हिंदू शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा को तीर्थ स्नान का बड़ा महत्व बताया गया है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली भी कहा गया है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाकर अपनी खुशी को दर्शाते हैं. इसीलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान का बहुत अधिक महत्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था. जिसके बाद देवताओं ने दीप जलाकर दिवाली मनाई थी. इसलिए इसे देव दिवाली भी कहते हैं.वाराणसी के घाटों और प्रयागराज के संगम तट की देव दिवाली प्रसिद्ध है. देव दिवाली के मौके पर वाराणसी में भव्य आयोजन होगा. काशी के 84 घाटों पर 15 लाख दीप जलेंगे. दशाश्वमेघ घाट पर विशेष गंगा आरती होगी. 51 कन्याएं रिद्धि सिद्धि के रूप में होंगी.