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अब Tractor March ने दे रखी है सरकार और Delhi Police को टेंशन ! | Kisan Andolan
कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले 57 दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन के दौरान सरकार और किसानों के बीच अब तक 10 राउंड की बातचीत हो चुकी है. जिसमें 9 राउंड की बातचीत पूरी तरह से फेल रही है, तो वहीं 10वें राउंड की बातचीत में उम्मीद की किरण दिखी है. जिसमें सरकार की तरफ से बैठक में शामिल हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सरकार के सामने कानून पर अस्थाई रोक का प्रस्ताव रखा है.जिस पर किसानों ने विचार करने के लिए वक्त मांगा है. 22 जनवरी को एक बार फिर किसान और सरकार के बीच बैठक होगी. जिसमें इस प्रस्ताव को लेकर किसान अपनी स्थिति साफ कर देंगे. जिसको लेकर आज वार्ता में शामिल हुए किसान नेताओं ने किसानों से बात की, तो वहीं दूसरी तरफ 26 जनवरी को किसान अपना ट्रैक्टर मार्च निकालने को लेकर अड़े हुए हैं. जिसको लेकर दिल्ली पुलिस लगातार किसानों से बातचीत कर रही है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी पुलिस ने खटखटाया था. जिसमें ट्रैक्टर मार्च को रोकने की अपील सुप्रीम कोर्ट से की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया था कि ये मसला पुलिस के अधिकार क्षेत्र का है और वहीं इस पर फैसला लें. जिसके बाद बुधवार को ही पुलिस ने किसानों के साथ बातचीत की थी, लेकिन कोई हल नहीं निकला था. जिसके बाद आज फिर से एक बार किसान और पुलिस के बीच ट्रैक्टर मार्च को लेकर बैठक हुई. जो पूरी तरह से बेनतीजा रही. जिसके बाद एक बार फिर से पुलिस और किसानों के बीच ट्रैक्टर मार्च निकालने को लेकर बैठक 23 जनवरी को होगी.
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प्रदीप डबासवरिष्ठ पत्रकार
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