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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भागो गजराज आया
उत्तराखंड में सिमटते जंगलों की वजह से जानवरों के लिए रहने की जगह का दायर घटता जा रहा है। ऐसे में उनके लिए जंगल में खाने की चीजों की कमी हो रही है, जिससे वो आबादी वाले इलाकों का रुख करते हैं। हरिद्वार के कई इलाके पिछले कई साल से हाथियों के आतंक से परेशान हैं।
हाथी को वैसे तो इंसानों का दोस्त, साथी कहा जाता है। मगर गजराज को अगर गुस्सा आ गया, तो फिर वो किसी को नहीं बख़्शता है। इसलिए कहा जाता है कि गजराज को गुस्सा मत दिलाना। उत्तराखंड के जंगलों से लगते इलाकों के लोग पिछले कई सालों से हाथी के आतंक से दहशत में जी रहे हैं। इंसान गजराज को कसूरवार ठहराते हैं, लेकिन कसूरवार कौन है?
हाथी को वैसे तो इंसानों का दोस्त, साथी कहा जाता है। मगर गजराज को अगर गुस्सा आ गया, तो फिर वो किसी को नहीं बख़्शता है। इसलिए कहा जाता है कि गजराज को गुस्सा मत दिलाना। उत्तराखंड के जंगलों से लगते इलाकों के लोग पिछले कई सालों से हाथी के आतंक से दहशत में जी रहे हैं। इंसान गजराज को कसूरवार ठहराते हैं, लेकिन कसूरवार कौन है?
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Run Gajraj Aayaउत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
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