(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Fact Check: अतीक अहमद की कब्र पर फूल चढ़ाते अखिलेश यादव और डिंपल की तस्वीर है फेक? जानें पूरा सच
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की अप्रैल 2023 को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अखिलेश और डिंपल ने अतीक की कब्र को प्रणाम किया.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पत्नी एवं सांसद डिंपल यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. इसमें दोनों हाथ जोड़कर झुककर खड़े हैं. फोटो को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह दोनों बाहुबली गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की कब्र को प्रणाम कर रहे हैं. पिछले साल दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
सोशल मीडिया मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 3 मार्च को मनोज श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने यह फोटो पोस्ट की है. पोस्ट के साथ यूजर ने कैप्शन में लिखा है- 'एनकाउंटर में ढेर हुए अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर, उनके बेटे-बहू, अखिलेश और डिंपल.' कई और यूजर्स ने भी यह फोटो शेयर की और यही दावे किए.
क्या वायरल दावा सच है, अखिलेश और डिंपल की वायरल हो रही तस्वीर वाकई अतीक और अशरफ की कब्र के पास की है? इसका पता लगाने के लिए हमने फोटो को रिवर्स सर्च किया तो अखिलेश यादव के एक्स अकाउंट का एक पोस्ट मिला. यह पोस्ट 14 नवंबर, 2022 को किया गया था. इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने दो फोटो शेयर की थीं, जिनमें से एक फोटो वही है, जिसे अतीक अहमद की कब्र के साथ जोड़कर शेयर किया जा रहा है, जबकि दूसरी तस्वीर में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह की भी फोटो दिख रही है, जिस पर फूलों की माला चढ़ी है.
फोटो के साथ अखिलेश यादव ने कैप्शन में लिखा है- 'मैनपुरी उपचुनाव में सपा के प्रत्याशी के रूप में दरअसल नेताजी की समाजवादी आस्थाओं का ही नामांकन हो रहा है, जिस प्रकार दलगत राजनीति से ऊपरउठकर सभी दलों के लोगों और जनमानस ने सैपई आकर नेताजी को श्रद्धांजलि दी है, उसका सच्चा परिणाम ये होगा कि सपा प्रत्याशी की ऐतिहासिक जीत होगी.' इससे साफ है कि वायरल पोस्ट और किया जा रहा दावा झूठा है. अखिलेश और डिंपल यादव तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर, 2022 को गुरुग्राम के वेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया था. इसके बाद उनका पार्थिव शरीर नेताजी के पैतृक गांव सैफई ले जाया गया. यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ. अखिलेश यादव ने इसके एक महीने बाद ही यह फोटो शेयर की. वहीं, अतीक अहमद की बात करें तो अप्रैल, 2023 में अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि वायरल पोस्ट में यूजर्स दावा कर रहे हैं कि दोनों की मौत एनकाउंटर में हुई. देखने वाली बात यह भी है कि यह फोटो उनकी हत्या से करीब 5 महीने पहले की है इसलिए वायरल हो रहा दावा पूरी तरह से झूठा है.