Arvind Kejriwal Fact Check: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिखाई दे रहे हैं. ये दोनों एक-दूसरे के पास बैठे हुए हैं. इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स तमाम तरह के दावे कर रहे हैं और शेयर कर रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल हाल ही में नितिन गडकरी से माफी मांगने के लिए उनसे मुलाकात की थी. हालांकि, इस वायरल तस्वीर की सच्चाई कुछ और ही है, जिसके बारे में विस्तृत जानकारी हम आपसे साझा करेंगे.


क्या है वायरल तस्वीर में?
राम कृष्ण नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर किया है. तस्वीर के कैप्शन में यूजर ने लिखा कि 'अडानी तो फ्रंट हैं, सारा पैसा मोदी का लगा है. मोदी भारत के अब तक के सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री हैं': दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह बयान दिल्ली विधानसभा के भीतर विशेषाधिकार के तहत मिले सुरक्षा घेरे में दिये हैं! अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अरुण जेटली, नितिन गडकरी से लेकर बिक्रम मजीठिया तक से माफी मांगने वाले अरविंद केजरीवाल क्या कभी यही बात किसी जनसभा में या प्रेस कांफ्रेंस में दोहरा पाएंगे क्या? आखिर इतना सुरक्षित तरीके से क्यों खेलते हैं केजरीवाल? दिल्ली सरकार में भी किसी भी मंत्रालय का जिम्मा संभालने से क्यों डरते हैं केजरीवाल? यह चित्र तब का है जब केजरीवाल नितिन गडकरी से लिखित में माफी मांगने गए थे! खुद सजा होने से पहले माफी मांग कर पतली गली से निकलने वाला बवाल आज राहुल गांधी को माफी न मांगने के लिए उकसा रहा है क्यूं? इस तस्वीर को 30 मार्च, 2023 को शेयर किया है. इसके अलावा, कई फेसबुक और ट्विटर यूजर्स भी इस तस्वीर को ऐसे ही दावों के साथ शेयर कर रहे हैं.



क्या है सच्चाई?
वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने जांच पड़ताल शुरू की, जिसमें हमने पाया कि इसको लेकर किया जा रहा दावा झूठा और फर्जी है. दरअसल, यह तस्वीर 16 सितंबर 2014 की है. उस वक्त अरविंद केजरीवाल और नितिन गडकरी के बीच ई-रिक्शा के लिए दिशा निर्देशों पर चर्चा को लेकर एक बैठक हुई थी. वायरल तस्वीर पर गेटी इमेजेज का वॉटरमार्क है. इसके बाद हमने कीवर्ड्स सर्च किया तो गेटी इमेजज वेबसाइट पर हमें यही वायरल तस्वीर मिली. जिसके कैप्शन में लिखा था कि 16 सितंबर 2014 को केजरीवाल और गडकरी के बीच एक मुलाकात दिखाई गई थी, जिस दौरान दोनों ने ई-रिक्शा के नियमितीकरण पर चर्चा की थी. इसके अलावा, हमें न्यूज एजेंसी एएनआई का एक ट्वीट मिला, जिसमें बताया गया था कि दोनों ने दिल्ली में ई-रिक्शा के बारे में बात की थी.






हमारी छानबीन से यह स्पष्ट हुआ कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बीच मुलाकात की नौ साल पुरानी तस्वीर को इस झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह केजरीवाल की तरफ से गडकरी से माफी मांगने की हालिया तस्वीर है. कुल मिलाकर यह दावा गलत साबित हुआ.


ये भी पढ़ें- Fact Check: सोनिया गांधी के पैर छूते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की तस्वीर वायरल, जानें क्या है सच