Fact Check: केंद्र सरकार 21 साल से कम उम्र की लड़कियों के खातों में डाल रही है 2,58,000 रुपये, जानिए वायरल वीडियो का सच
Fact Check: यूट्यूब पर एक वीडियो में ये दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 21 साल से कम उम्र की हर लड़की के बैंक खाते में दो लाख से ज्यादा की राशि डाल रही है.
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये यूट्यूब के एक वीडियो का हिस्सा है. इसमें दावा किया गया है कि केंद्र सरकार ने एक नयी योजना चलाई है. इस स्कीम के तहत सरकार 21 साल से कम उम्र की सभी लड़कियों के बैंक अकाउंट में दो लाख 58 हजार रुपये डाल रही है.
'Sarkari Vlog' नामक #YouTube चैनल के एक वीडियो में यह दावा किया गया है. इस यूट्यूब ब्रॉडकास्ट में कहा गया है कि एक नई योजना के तहत केंद्र सरकार 21 साल से कम उम्र की सभी लड़कियों के बैंक खातों में ₹2,58,000 की राशि प्रदान कर रही है.
सरकार की ओर से इस वीडियो को फर्जी बताया गया है. पीआईबी ने इसका फैक्ट चेक किया है और इस वीडियो को फर्जी बताया है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक के ट्वीट में लिखा है कि यह वीडियो फर्जी है और यह दरअसल कुछ फ्रॉड करने का प्रयास है. पीआईबी ने अपने ट्वीट में लोगों को सावधान करते हुए लिखा है कि यह वीडियो गलत है और यह धोखाधड़ी के प्रयास का मामला लग रहा है. पीआईबी ने ऐसे वीडियो से यूजर्स को बचने की सलाह दी है.
'Sarkari Vlog' नामक #YouTube चैनल के एक वीडियो में यह दावा किया गया है कि एक नई योजना के तहत केंद्र सरकार 21 साल से कम उम्र की सभी लड़कियों के बैंक खातों में ₹2,58,000 की राशि प्रदान कर रही है#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 2, 2023
▶️यह वीडियो #फ़र्ज़ी है
▶️यह धोखाधड़ी का प्रयास है, कृपया सावधान रहें pic.twitter.com/Um718gq6Yj
सोशल मीडिया के बढ़ते प्रचलन के साथ ही इस तरह के फर्जी दावे वाले कई वीडियो रोजाना ही आ रहे हैं, जिनकी गिरफ्त में आम लोगों के फंसने का पूरा चांस होता है. ऐसा कोई भी वीडियो जब भी देखें, तो उसकी ऑथेंटिक सोर्स से सच्चाई जरूर जांच लें.
देखा जाए, तो इस वीडियो के बारे में अगर सच्चाई जाननी हो तो पीएमओ के वेबसाइट या संबंधित मंत्रालय की वेबसाइट, अखबारों और टीवी चैनल्स को देखना चाहिए. क्या इस तरह की कोई घोषणा सरकारी स्तर पर सत्यापित है, सरकार के किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने ऐसी कोई बात कही है क्या? अगर ऐसा कुछ भी नहीं है, तो इसका मतलब है कि वीडियो फर्जी है और लोगों को फंसाने के लिए है.
ऐसे वीडियो के प्रसारण या प्रचार से भी बचना चाहिए और दूसरों को भी बचाना चाहिए. पीआईबी ने इस वीडियो को निराधार और बोगस बताया है.
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