सच्चाई का सेंसेक्स: N-95 मास्क पहनकर कार चलाने से हो जाते हैं बेहोश? वायरल दावे का सच जानिए
कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में एन-95 मास्क एक अहम हथियार है. अगर वो भी जानलेवा साबित हो तो आदमी क्या करे. इसलिए एबीपी न्यूज ने इस वायरल दावे के सच का पता लगाया.
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नई दिल्ली: सच्चाई के सेंसेक्स में पहले हमने आपको मास्क लगाकर फेफड़े फट जाने के दावे की हकीकत बताई. अब ऐसा ही एक और दावा सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है. दावा है कि एन-95 मास्क लगाकर कार चलाने से लोग बेहोश हो जाते हैं और कार का एक्सीडेंट हो जाता है. दावा हैरान करने वाला है. आखिर मास्क लगाकर कार चलाने से बेहोशी का क्या रिश्ता है. हमने इस दावे की पड़ताल की है.
क्या दावा किया जा रहा है सोशल मीडिया पर एक वेबसाइट की खबर के आधार पर दावा किया जा रहा है कि अमेरिका के लिंकन पार्क में एन-95 मास्क पहनकर कार चलाते समय एक व्यक्ति बेहोश हो गया और कार पेड़ से टकरा गयी. दावा हैरान करने वाला है, क्योंकि कोरोना के खिलाफ जंग में एन-95 मास्क एक अहम हथियार है. अगर वो भी जानलेवा साबित हो तो आदमी क्या करे.
आखिर सच क्या है दावे की पड़ताल के लिए एबीपी न्यूज की टीम सबसे पहले दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. गिरीश त्यागी के पास पहुंची. डॉ. गिरीश त्यागी ने कहा, 'मास्क पहनने से बेहोश होना आम बात नहीं है. फिर भी हमें कुछ बातों का ध्यान करना चाहिए. जैसा कि मास्क बहुत ज्यादा टाइट न हो. लंबे समय तक मास्क पहनना है तो मास्क को बीच में बदलें. अगर घर पर अकेले हैं तो मास्क पहनना जरूरी नहीं है. लेकिन घर से बाहर निकलते समय और किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनना जारूरी है. मास्क पहनने के साथ सामाजिक दूरी का भी ख्याल रखना चाहिए.'
ऐसे में अगर आपकी कार के शीशे बंद हैं. बाहर ठंडक है और अंदर काफी देर से गरम एसी चल रहा है. या सामान्य स्थिति में बाहर काफी गर्मी है और कार बुरी तरह से गर्म है उसमें कोई शीशे बंद करके एसी चलाता है. तब कार के भीतर ऑक्सीजन की मात्रा घटती है. कार में बैठे लोगों ने मास्क पहन रखा है तो बेहोश होने की आशंका होती है और ड्राइवर के बेहोश होने पर दुर्घटना की. इसके अलावा भी मास्क पहनने पर कुछ और सावधानियों का ख्याल रखना चाहिए.
डॉ. त्यागी ने कहा, लंबे समय तक मास्क पहनने से कुछ व्यक्तियों को परेशानी हो सकती है. वो व्यक्ति हैं जो सांस की बीमारी से पीड़ित हैं. या फिर जिनकी त्वचा पहले से सेंसेटिव है. मास्क पहनने से कुछ परेशानियों का भी सामना कर पड़ सकता है. जिनकी त्वचा संवेदनशील है उनकी त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं. त्वचा लाल हो सकती है. इस बात को ध्यान रखना चाहिए कि जिनकी त्वचा में सूखापन है वो क्रीम लगाकर मास्क पहन सकते हैं.
हमारी पड़ताल में विशेष परिस्थितियों में कार के भीतर मास्क पहनने से सांस रुकने का दावा सच साबित हुआ है.
यहां देखें वीडियो
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.
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