कनाडा और भारत के बीच चल रही टेंशन के बीच निष्कासित किए जा चुके कनाडाई राजनयिक कैमरन मैके का एक वीडिया वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में वह गुरुद्वारे में नजर आ रहे हैं. वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि भारत छोड़कर जाने से पहले वह पंजाब के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर गुरुद्वारा गए थे.
वायरल वीडियो में राजदूत से एक पत्रकार सवाल पूछ रहा है कि खालिस्तानियों पर कनाडा का क्या रुख है. इसके जवाब में मैके ने कहा कि कनाडा में हम लभी धर्मों को मानने वालों से प्यार करते हैं और हम हर धर्म का सम्मान करते हैं. वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि भारत छोड़ने से पहले मैके स्वर्ण मंदिर गए थे. हालांकि, वीडियो का सच जानने के लिए जांच की गई, जिसमें पता चला कि ये दावे झूठे हैं और पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है.
जांच में क्या आया सामने?
वीडियो से संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया गया, जिसमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स सामने आईं, जिनमें मैके के दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारा दौरे का जिक्र किया गया है. इनमें न्यूज एजेंसी एएनआई की कुछ वीडियो भी एंबेड की गई हैं, जिन्हें अब हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है. ऑरिजनल वीडियो 27 अक्टूबर, 2022 का है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि कैमरन मैके दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारा गए थे. इस दौरान उनसे खालिस्तान समर्थक समूहों पर कनाडा सरकार के रुख को लेकर भी सवाल किया गया. वीडियो में वह यह भी कहते दिख रहे हैं कि कनाडा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है. भारत में कनाडा के उच्चायोग ने भी यह वीडियो X (ट्विटर) पर शेयर किया था.
क्यों चर्चा में हैं कैमरन मैके?
18 सितंबर को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाते हुए वहां भारतीय राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित कर दिया था. इस पर भारत ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी और कनाडाई उच्चायुक्त को तलब कर अपनी आपत्ति दर्ज की और शीर्ष राजनयिक कैमरन मैके को भारत छोड़ने का फरमान सुना दिया. निज्जर की 18 जून को हत्या हुई थी.
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