Fact Check: इंडेन गैस एजेंसी की डीलरशिप को लेकर किया जा रहा है ये बड़ा दावा, भूलकर भी न करें क्लिक
Fact Check: दावा किया जा रहा है कि अगर आप वास्तव में गैस एजेंसी डीलरशिप/डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने के इच्छुक हैं, तो आपको पहले ही इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के लिए आगे बढ़कर आवेदन करना होगा.
Fact Check: इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड भारत सरकार की सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी है. जो तेल, पाईपलाईन और प्राकृतिक घरेलू गैस जैसी सुविधाएं देती है. यह कंपनी समय-समय पर लोगों के लिए डीलरशिप आवेदन निकालती रहती है. ऐसी ही आवेदन को लेकर सोशल मीडिया पर आईओसीएल के नाम से एक दावा किया जा रहा है. जिसमें कहा जा रहा है कि इंडेन गैस एजेंसी की डीलरशिप के लिए प्री-रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू किया जा रहा है. जिसके लिए आप दिए गए लिंक पर आवेदन भर सकते हैं.
क्या है वायरल दावा
सोशल मीडिया पर एक लेटर में ये दावा किया जा रहा है कि आईओसीएल की तरफ से इंडेन गैस एजेंसी की डीलरशिप के लिए आवेदन जारी कर दिया गया है. साथ ही वायरल हो रहे लेटर में ये भी दावा किया गया है कि डीलरशिप लेने के लिए आपको पहले से प्री-अप्रूव्ड कराना होगा. इस लेटर को वायरल कर लोगों से इंडेन गैस एजेंसी की डीलरशिप लेने के लिए एक आवेदन करने को निर्देश दिया गया है.
वायरल लेटर में कहा गया कि एजेंसी डीलरशिप/डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए प्री-अप्रूवल किया जा रहा है. इसके लिए जल्द से जल्द केवाईसी करने की बात कही गई है. साथ ही इसमें बताया गया है कि केवाईसी सत्यापन के लिए कुछ दस्तावेजों को प्रस्तुत करना होगा. जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो. इसके साथ ही आवेदको को ए/सी नाम खाता सं, IFSC कोड देकर खाते में शुल्क जमा करने को बताया गया है.
A #Fake letter issued in the name of IOCL is claiming to provide pre-approval for dealership of Indane Gas Agency & is asking for KYC documents #PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 21, 2023
✔️ @IndianOilcl has not issued this letter.
✔️ Kindly visit ‘https://t.co/cUm17l1jPp’ for authentic information pic.twitter.com/AO0U8etgp4
क्या है वीडियो का सच
अब इस वायरल दावे का सच आपको बताते हैं. दरअसल इस वायरल लेटर में दी गई जानकारी पूरी तरह से गलत है. सरकार या इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तरफ से अभी ऐसी कोई भी योजना नहीं चलाई जा रही है. ये दावा पूरी तरह फर्जी है. आईओसीएल ने ऐसी कोई भी जानकारी शेयर करने की बात से इनकार किया है. पीआईबी की तरफ से भी इसका फैक्ट चेक किया गया. जिसमें बताया गया कि ये जानकारी पूरी तरह भ्रामक है. अगर आपके पास भी कोई ऐसा वीडियो या लेटर का मैसेज आता है तो उस पर यकीन न करें. इसके लिए आप कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट्स पर जाकर चेक कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें- Fact Check: महिलाओं को मुफ्त सिलाई मशीन के लिए सरकार दे रही 9 हजार रुपये? जानें इस वायरल दावे का सच