Fact Check: क्या चुनाव के बीच खुद मुस्लिम बन कन्हैया कुमार औरों से करने लगे इस्लाम कबूलने की अपील? जानिए वायरल दावे का सच
Elections Fact Check: कन्हैया कुमार दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं. फिलहाल वह कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं. चुनावी माहौल के बीच उनका एक वीडियो वायरल हुआ है.
Elections Fact Check: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार का एक वीडियो वायरल हुआ है. वायरल क्लिप के साथ दावा किया गया कि वह इस्लाम अपना चुके हैं और उन्होंने और लोगों से भी इस्लाम कबूलने के लिए अपील की है.
फेसबुक पर अमर वर्मा (Amar Verma) नाम के हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया गया और पोस्ट के साथ कैप्शन में दावा किया गया, "कन्हैया कुमार मुस्लिमों के बीच कहते नजर आए कि मैं मुस्लिम बन चुका हूं और हर किसी को मुस्लिम बन जाना चाहिए. हिंदू धर्म बेकार है."
वायरल वीडियो में क्या कहते दिखे कन्हैया कुमार?
वीडियो में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कहते नजर आए थे, "हमारा इतिहास यहां से जुड़ा है. हम सारे अरब से चलकर यहां नहीं आए हैं. हम यहीं पले-बढ़े हैं...इस धर्म की जो खासियत थी और जो पुराने धर्म था, जिसमें छुआछूत थी...उसी वजह से लोगों ने उसे छोड़कर इसे अपनाया. यह शांति और बराबरी की बात करता है."
कन्हैया कुमार आगे बोले, "मस्जिद में ऊंच-नीच नहीं होती है. इस आधार पर हमने इस धर्म को अपनाया है. इसे छोड़कर हम नहीं जाएंगे. हम खुद को भी बचाएंगे और अपनी कौम को बचाते हुए इस देश को भी बचाएंगे. यह हमारी बुनियादी जिम्मेदारी है. अल्लाह के पास बहुत ताकत है. अल्लाह-ताला हमारी रक्षा करे."
Factly की जांच-पड़ताल में सामने आ गया सच
फैक्ट चेकिंग वेबसाइट फैक्टली (Factly) ने जब इस दावे की पड़ताल की तब पता चला कि यह वीडियो साल 2018 का है. वह तब महाराष्ट्र के नांदेड़ में मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों के सवालों के जवाब दे रहे थे. असली वीडियो में 11:50 (टाइम स्टैंप) पर वह इस्लाम पर अपनी व्यक्तिगत आस्था के रूप में चर्चा नहीं कर रहे थे बल्कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के शब्दों की व्याख्या कर रहे थे.
यह है कन्हैया के बयान का असली वीडियोः
मुसलमानों से कन्हैया कुमार ने कही थी ये बातें
क्लिप में आगे 15 मिनट तीन सेकेंड्स पर उन्होंने मुसलमानों को ऐसे नेताओं को खारिज करने की सलाह दी थी जो खुद को समुदाय के रक्षक बताते हैं और लोगों को यह मांग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं कि वे शिक्षा और रोजगार के मुद्दों को प्राथमिकता दें.
पड़ताल में पाया गया कि वीडियो के तीन सेंगमेंट्स (11:50 से 12:25, 16:02 से 16:07 और 15:12 से 15:16 तक) को ट्रिम (छेड़छाड़ की गई थी) किया गया था. वीडियो को एडिट करने के बाद उसे वायरल किया गया. ऐसे में साफ होता है कि कन्हैया कुमार के इस बयान और वीडियो का इस बार के आम चुनाव से कोई लेना देना नहीं है. वायरल दावा फर्जी है.
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Disclaimer: This story was originally published by Factly and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.