Haryana Violence: हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहों को हवा दी जा रही है. इसी क्रम में हरियाणा हिंसा के नाम पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें नौजवानों और बच्चों का एक ग्रुप हथियारों और इस्लामी झंडों के साथ मार्च कर रहा है और डांस भी कर रहा है.


वीडियो को एक शख्स ने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “बच्चों में इस स्तर के कट्टरपंथ के पीछे का आदर्श वाक्य क्या है? मेवात आतंकी हमले ने तथाकथित गंगा-जमुनी तहजीब की सच्चाई को उजागर कर दिया, जो न केवल शांति हासिल करने में विफल रही बल्कि अपनी ही मातृभूमि में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार का विषय भी बन गई.” साथ ही इस शख्स ने हरियाणा हिंसा को लेकर चल रह हैशटैग का भी इस्तेमाल किया.


क्या है वीडियो की सच्चाई?


इसके अलावा भी कई लोगों ने इस वीडियो को हरियाणा हिंसा का नाम लेते हुए सोशल मीडिया पर किया है. इंडिया टुडे की फैक्ट चैक रिपोर्ट के मुताबिक, ये वीडियो हाल की हरियाणा हिंसा का नहीं है बल्कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मुहर्रम के समय का है.






वायरल वीडियो को शेख अपताज नाम के शख्स ने अपने फेसबुक पेज पर 29 जुलाई को शेयर किया गया था, जिसमें दावा किया गया कि ये वीडियो धूलियान मुर्शिदाबाद का है.


गूगल मैप के जरिए पहचानी गई जगह


वीडियो के बारे में इतनी जानकारी मिलने के बाद इसकी लोकेशन को गूगल मैप पर भी सर्च किया गया जिसमें वीडियो वाली जगह मैप पर हू-ब-हू मिल रही है. वायरल वीडियो में दिख रही मूर्ति, साइनबोर्ड, नीले रंग की रेलिंग और आसपास के घर मैच हो जाते हैं.


इतनी रिसर्च के बाद कहा जा सकता है कि वीडियो का हरियाणा हिंसा से कोई संबंध नहीं है और यह वीडियो पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मुहर्रम के दिन बनाया गया था.


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