सच्चाई का सेंसेक्स: जापान के नोबेल पुरस्कार विजेता का दावा- चीन में बनाया गया कोरोना? सच जानिए
क्या कोरोना प्राकृतिक नहीं है? क्या कोरोना चमगादड़ से नहीं फैला, बल्कि चीन ने बनाया? सोशल मीडिया पर जापान के नोबेल पुरस्कार विजेता तासुकु होंजो के हवाले से किए जा रहे दावे का सच जानिए.
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर जापान के नोबेल पुरस्कार विजेता तासुकु होंजो के नाम से चीन को परेशान करने वाला एक दावा किया जा रहा है. दावा है कि तासुकु होंजो ने कहा है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक नहीं है. बल्कि इसे चीन की एक लैब में बनाया गया है. इन दावों के वायरल होने के बाद चीन सवालों के घेरे में आ गया. वायरल दावों में कितनी सच्चाई है. ABP न्यूज ने इसकी पड़ताल की.
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में जापान के प्रोफेसर डॉक्टर तासुकु होंजो की तस्वीर है. दावा किया गया है कि डॉक्टर तासुकु होंजो ने कहा है, "चीन की लेबोरेट्री में मैंने चार साल काम किया है. उस लेबोरेट्री के सारे स्टॉफ से मैं परिचित हूं. कोरोना हादसे के बाद से मैं सब को फोन लगा रहा हूं. लेकिन सभी मेंबर्स के फोन तीन महीने से बंद आ रहे हैं. अब पता चल रहा है कि सारे लैब टेक्नीशियन की मौत हो चुकी है. मैं आज तक की अपनी सारी जानकारियों और रिसर्च के आधार पर यह शत प्रतिशत दावे के साथ कह सकता हूं कि कोरोना प्राकृतिक नहीं है और चमगादड़ से नहीं फैला. यह चीन ने बनाया है."
ट्विटर और फेसबुक पर भी ऐसी कई पोस्ट वायरल हो रही हैं. कणिष्क कुंदन नाम के यूजर ने लिखा, "साइकोलॉजी और मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले जापान के प्रोफेसर डॉक्टर तासुकु होंजो ने आज मीडिया के सामने यह बोल कर सनसनी फैला दी कि कोरोना वायरस प्राकृतिक नहीं है. ये चमगादड़ से नहीं निकला है. इसे चीन ने बनाया है."
क्या है वीडियो का सच? प्रोफेसर तोसुकु होंजो को 2018 में साइकोलॉजी ऑफ मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार मिला था. कोरोना चीन की लैब में बनाया गया, प्रोफेसर तोसुकु होंजो के नाम से वायरल इन दावों की पड़ताल एबीपी न्यूज ने ट्विटर पर शुरू की. पड़ताल में ऐसे कई पोस्ट मिलीं जिनमें ये प्रोफेसर तासुकु होंजो के इस दावे के बारे में जिक्र था कि कोरोना चीन की लैब में बना है.
पड़ताल में जापान न्यूज का भी एक ट्वीट मिला. इसमें ये दावा किया गया कि प्रोफेसर तासुकु होंजो ने सोशल मीडिया पर वायरल दावों का खंडन किया है. "मुझे बहुत दुख हुआ कि मेरा नाम और क्योटो विश्वविद्यालय का इस्तेमाल झूठे आरोप और गलत सूचना फैलाने के लिए किया गया है. बीमारी की उत्पत्ति के बारे में असंतुलित दावे विचलित करने वाले हैं." जापान न्यूज के ट्विटर हैंडल पर जारी किए गए बयान के मुताबिक हमारी पड़ताल में सोशल मीडिया पर प्रोफेसर तोसुकु होंजो के नाम से वायरल दावा झूठा साबित हुआ है.
वीडियो देखें
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.
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