New Education Policy Fact Check: बोर्ड परीक्षाओं की तारीख नजदीक आ रही है और तमाम राज्यों में इसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं भी इसी महीने आयोजित होंगीं. छात्र बोर्ड परीक्षा में बेहतर रिजल्ट को लेकर पिछले कई महीनों से मेहनत कर रहे हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर भी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर काफी कुछ चल रहा है. इनमें से ज्यादातर जानकारी ऐसी है, जो छात्रों और उनके परिजनों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि ये जानकारी पूरी तरह के भ्रामक हैं. एक ऐसी ही मामले का अब खुलासा हुआ है. 


क्या किया जा रहा है दावा?
सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट लगातार वायरल हो रहा है, जिसमें न्यू एजुकेशन पॉलिसी का जिक्र किया गया है. इस वायरल स्क्रीनशॉट में बताया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत क्या-क्या बदलाव किए जा रहे हैं. इसी में एक दावा ये भी किया गया है कि अब सिर्फ 12वीं कक्षा के ही छात्रों को बोर्ड परीक्षा देनी होगी. क्योंकि न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत 10वीं बोर्ड परीक्षा को खत्म कर दिया गया है. इस दावे को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार सर्कुलेट किया जा रहा है. 




क्या है असली सच?
अब आपको इस दावे की सच्चाई से वाकिफ करवाते हैं. ये जो स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है उसमें दी गई जानकारी पूरी तरह से फर्जी है. पीआईबी ने इसका फैक्ट चेक किया है. जिसमें कहा गया है कि एजुकेशन मिनिस्ट्री की तरफ से ऐसा कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. व्हॉट्सऐप पर फैलाया जा रहा है ये मैसेज पूरी तरह से गलत है. इसके जरिए छात्रों और उनके अभिभावकों तक गलत जानकारी पहुंचाई जा रही है. 


अगर आपके मोबाइल में भी 10वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर ऐसा कोई मैसेज आया है तो उस पर यकीन नहीं करें. साथ ही भेजने वाले शख्स को भी ये बात समझाएं की गलत जानकारी को ना फैलाए. सही जानकारी के लिए आप शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट को चेक करें और वहां दी गई जानकारी पर ही यकीन करें. 


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