(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Fact Check: मणिपुर की घटना के विरोध में पुरुषों ने किया नग्न प्रदर्शन? फैक्ट चेक में सामने आया वायरल वीडियो का सच
Fact Check: मणिपुर में महिलाओं के साथ बर्बरता के विरोध में प्रदर्शन का बताकर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है, लेकिन फैक्ट चेक में सच्चाई कुछ और ही निकली.
Fact Check: मणिपुर में दो महिलाओं को बिना कपड़ों के घुमाने का दो महीने पुराना वीडियो हाल ही में वायरल हुआ तो पूरा देश हिल गया. इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना ने लोगों को झकझोर दिया. इस वीडियो के सामने आने के बाद मणिपुर में एक बार फिर से तनाव बढ़ गया और घटना के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए. इस बीच सोशल मीडिया मणिपुर में प्रदर्शन का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग नग्न प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं.
वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि ये मणिपुर का है और महिलाओं को नग्न परेड कराए जाने के विरोध में किया गया है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कई सारे युवक सड़क पर नग्न अवस्था में दौड़ते चले जा रहे हैं. इन युवकों ने अपने हाथ में प्लेकॉर्ड पकड़ा हुआ है.
क्या है वीडियो की सच्चाई?
वीडियो की सच्चाई जानने के इरादे से जब पड़ताल की तो पाया कि इसको लेकर किया दावा गलत है. न तो ये वीडियो मणिपुर का है और न ही इस प्रदर्शन का मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न परेड कराए जाने की घटना से ही कोई संबंध हैं.
कहां का है वीडियो?
मणिपुर का बताकर शेयर किया जा रहा ये वीडियो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का है. छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर सरकारी नौकरी करने के मामले ने तूल पकड़ा हुआ है. ऐसी कई शिकायतें मिली हैं कि लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया और आरक्षण का लाभ लेते हुए नौकरी हासिल कर ली. बीती 18 जुलाई को रायपुर में एससी-एसटी वर्ग के युवाओं ने पूरी तरह नग्न होकर प्रदर्शन किया था, जिसमें सरकार से जांच की मांग की गई थी.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को किया था गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल सभी 29 युवकों को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों के फोन चेक किए गए तो पता चला कि ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं. पुलिस ने सभी के खिलाफ आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है.
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