वीडियो में सफेद रंग का कुर्ता पायजामा पहने एक बुजुर्ग सड़क पर खड़ा दिखाई दे रहा है. वीडियो बनाने वाला शख्स बुजुर्ग से थोड़ा आगे आने के लिए कहता है. बुजुर्ग हाथ जोड़ने लगता है. इसके बाद वीडियो में एक शख्स के सवाल पूछता है- 'ये क्या कर रहे थे.. ये बोतल में टॉयलट करा और केले पर छिड़का इन्होंने.' वायरल वीडियो में सुनाई दे रहा ये आरोप जिसके कान में पड़ा वो सन्न रह गया.. वीडियो में बुजुर्ग के पीछे केले का ठेला भी दिखाई दे रहा है. अगले ही पल वो बुजुर्ग शख्स पहले कान पकड़ता है और फिर बीच सड़क पर उठक बैठक करना शुरू कर देता है.
क्या बुजुर्ग ने वाकई केले पर पेशाब के छींटे डाले?
इस सवाल के जवाब के लिए एबीपी ने यूपी के बिजनौर में अपनी पड़ताल की. तहकीकात में पता चला कि वायरल वीडियो में दिखाई दे रही तस्वीरें बिजनौर के बुखारा मोहल्ले की है. एबीपी न्यूज बुखारा मोहल्ले की उसी गली में पहुंचा, जहां केले के ठेले के साथ बुजुर्ग का वीडियो बनाया गया था. जांच में पता चला कि वीडियो 20 अप्रैल की दोपहर 3 बजे का है, जब 70 साल के इरफान अहमद इस मोहल्ले में केले बेचने के लिए आए थे.
एबीपी न्यूज को घटना के वक्त मौके पर मौजूद होने का दावा करने वाले रियाज अहमद मिले. रियाज का कहना है कि जो आरोप लगाया गया है उसके सबूत हैं तो बुजुर्ग को सजा मिलनी चाहिए लेकिन सबूत नहीं हैं. तो आरोप लगाने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. पड़ताल के दौरान हमें 20 अप्रैल का ही एक और वीडियो मिला जिसमें पुलिस दिखाई दे रही थी.. सामने बुजुर्ग इरफान भी मौजूद थे.
FIR में केले पर पेशाब छिड़कने बात नहीं
नए वीडियो में पुलिस भी बुजुर्ग शख्स से बार-बार रुकने के लिए कह रही थी. मतलब ये कि केले पर पेशाब छिड़कने का जो आरोप लगाया जा रहा था उसकी शिकायत पुलिस से हो चुकी थी. लेकिन आगे क्या हुआ? इस सवाल के जवाब की तहकीकात में एबीपी न्यूज को इस घटना पर दर्ज पुलिस रिपोर्ट की कॉपी मिली. पुलिस एफआईआर के मुताबिक बिजनौर शहर कोतवाली में 21 अप्रैल 2020 को शाम 4 बजकर 23 मिनट पर केस दर्ज हुआ है. अभिषेक नाम के व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज करवाया है. केस दर्ज करवाने वाले ने पुलिस को जो जानकारी दी है उसमें इस केस के नतीजे की झलक मिलती है.
अभिषेक ने बताया, 20 अप्रैल दोपहर 3 बजे जब वो मलूक नगर सांसद की कोठी के पास पहुंचे तो एक व्यक्ति नाली में पेशाब कर रहा था. उसके पास पानी की एक छोटी बोतल थी, इस व्यक्ति ने इस बोतल के पानी से पेशाब करने के बाद हाथ धोए और गंदा पानी अपने ठेले जिसपर केले रखे थे पर छिड़क दिया.
यहां गौर करने वाली बात है कि पूरी एफआईआर में कहीं भी केले पर पेशाब छिड़कने की जानकारी नहीं दी गयी है. केले पर गंदा पानी छिड़कने की जानकारी दी गयी. लापरवाही पूर्वक गंदा पानी छिड़कने की जानकारी दी गयी है.
एफआईआर में दी गयी जानकारी से मिलता जुलता एक और सबूत एबीपी न्यूज को जांच में मिला. ये एक वीडियो है जो आरोपी इमरान का बयान है. जिसमें इमरान पेशाब छिड़कने से इंकार कर रहा है. उसने कहा- "पेशाब करके हाथ धोया.. हाथ धोने के बाद चल पड़ा और फिर लोगों ने घेर लिया." इसके बाद एबीपी न्यूज की टीम आरोपी इमरान के घर भी पहुंची. यहां उनके बेटे फैजान अहमद मिले और उन्होंने जो बताया उससे इस जांच में कई गलतफहमियां दूर हो गई.
मतलब सच ये है कि आरोपी इमरान ने केले पर पेशाब नहीं छिड़का. आरोपी ने पानी की बोतल का इस्तेमाल सफाई के लिए किया. गंदा पानी केले पर छिड़का. यानी कि केले पर पेशाब छिड़कने का दावा झूठा है.
य़हां देखें वीडियो
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.
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