मिशन मून चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद देशवासियों में बेहद उत्साह है. सोशल मीडिया पर भी मिशन के बाद कई ऐसी तस्वीरें और वीडियो शेयर की गईं, जिनके साथ दावा किया जा रहा है कि चांद की सतह से इनको रिकॉर्ड किया गया है. ऐसी ही एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसके साथ भी दावा किया जा रहा है कि इसे चंद्रयान-3 से क्लिक किया गया है. 


कई बार किसी घटनाक्रम की ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं, जिन पर विश्वास करना बेहद मुश्किल होता है. ये तस्वीरें या वीडियो गलत भी निकलती हैं या फिर जिस दावे के साथ इन्हें शेयर किया जाता है वह झूठा होता है. अब चंद्रयान-3 के हवाले से वायरल हो रही ताजा तस्वीर की विश्वसनीयता जानने के लिए इसकी जांच की गई.


जांच में क्या आया सामने
जांच में पता चला कि वायरल हो रही तस्वीर को एआई से जनरेट किया गया है और उसको चांद पर भेजे गए चंद्रयान-3 से कैप्चर नहीं किया गया. फोटो का रिवर्स सर्च करने पर न्यूज नेटवर्क विओन पर कुछ तस्वीरें मिलीं, जिनमें वायरल हो रही फोटो भी शामिल थी.


AI टूल से तैयार की गई फोटो
न्यूज नेटवर्क ने चंद्रयान-3 की चांद पर लैंडिंग से पहले एक रिपोर्ट तैयार की थी. 'हाओ अर्थ विल लुक फ्रोम मून आफ्टर चंद्रयान-3 लैंड्स' टाइटल वाली इस रिपोर्ट में बताया गया था कि जब चंद्रयान चांद पर पहुंचेगा तो वहां से पृथ्वी कैसी दिखेगी. यह रिपोर्ट 23 अगस्त को सुबह 11 बजकर 8 मिनट की थी, जबकि चंद्रयान की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 8 मिनट पर हुई. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि उसमें इस्तेमाल की जा रही तस्वीरें एआई के जरिए तैयार की गई हैं.


इसरो की ओर से शेयर तस्वीरों से अलग है फोटो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अब तक चांद की सतह से ली गई 5 तस्वीरें अपने आधिकारिक X (ट्विटर) अकाउंट पर शेयर की हैं. पहली तस्वीर चंद्रयान की लैंडिंग साइट की है, जबकि बाकी की चार तस्वीरें स्पेसक्राफ्ट के उतरते समय ली गईं. इसके अलावा, एक फोटो 14 जुलाई को चंद्रयान की लॉन्चिंग के दिन इसरो ने शेयर की थी.


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