PM Narendra Modi Fact Check: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक हस्तियां मतदाताओं से समर्थन हासिल करने के लिए राज्य में अपना रास्ता बना रही हैं. पिछले दो महीनों में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर कर्नाटक का दौरा किया है और तमाम परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल रहा है. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक चुनाव के चलते पीएम मोदी के खिलाफ हिंदू समूह के सदस्य प्रदर्शन कर रहे हैं. इस वायरल वीडियो की असलियत क्या है, इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे.


क्या वीडियो हो रहा वायरल?
सुबन.एम नाम के एक कांग्रेसी समर्थक ने अपने ट्विटर हैंडल से इसका वीडियो शेयर किया है. ट्वीट के कैप्शन में यूजर ने लिखा कि हे राम..! लगता है सच में अब हिन्दू जाग गया है. वीडियो में दिख रहा है कि एक बड़े समूह में तमाम लोग भगवा स्कार्फ पहने और झंडे लिए हुए हैं, कुछ लोग तो बैलगाड़ी के ऊपर खड़े हैं. वीडियो में कुछ लोगों को मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सुना जा सकता है. वीडियो शेयर करने वाले के अनुसार, चुनावी राज्य में पीएम मोदी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ये लोग हिंदू समूह के हैं. इस वीडियो को 21 मार्च की शाम 07:01 बजे पोस्ट किया गया है. इस वीडियो में अभी तक दो सौ से ज्यादा लाइक्स और डेढ़ सौ से ज्यादा रीट्वीट आ चुके हैं.






क्या है इस वीडियो का सच?
हमने इस वीडियो की पड़ताल में पाया कि यह वीडियो पूरी तरह से भ्रामक और फर्जी है. साल 2021 में शिवसेना ने महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसको कर्नाटक विधानसभा चुनाव और पीएम मोदी के खिलाफ जोड़कर वायरल किया जा रहा है. वायरल वीडियो के कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें एक मीडिया रिपोर्ट मिली, जिसमें उसी रैली की एक तस्वीर शामिल थी. रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीर 5 फरवरी, 2021 को एक बैलगाड़ी मार्च के दौरान ली गई थी. जब शिवसेना ने महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में मार्च का आयोजन किया था. इस रैली का नेतृत्व शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने किया था, जो पार्टी कार्यालय से शुरू होकर हिंगोली में इंदिरा गांधी चौक तक जारी रही थी. इसके अलावा, हमें यूट्यूब पर उसी रैली के वीडियो मिले जो 5 फरवरी को अपलोड किए गए थे. इन वीडियो में स्पष्ट रूप से फ्यूल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाया गया है.



एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 5 फरवरी को शिवसेना ने फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र के खिलाफ महाराष्ट्र के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया था. उस समय महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता में थी. इसके अलावा, साल 2021 में भी उसी रैली की एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें दावा किया गया था कि इसमें बजरंग दल के सदस्यों को कृषि कानूनों और उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी का विरोध करते हुए दिखाया गया है. कुल मिलाकर यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र में शिवसेना के माध्यम से आयोजित एक पुराने विरोध प्रदर्शन का है और इसका कर्नाटक के चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. हमारी पड़ताल में ये वीडियो गलत पाया गया है.


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