IMF Claim Fact Check: ट्विटर पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि भारत कंगाली के दौर से गुजरेगा. कीर्ति आजाद नामक के इस शख्स के ट्विटर अकाउंट पर किए गए पोस्ट में अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष यानी IMF के लेटेस्ट इकोनॉमिक आउटलुक का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारत 2025 तक बांग्लादेश से ज्यादा गरीब हो जाएगा.


क्या है वायरल ट्वीट में?


दरअसल, जो ट्वीट साझा किया गया है उसमें लगे ग्राफिक्स में यह लिखा गया है:


"आईएमएफ की तरफ से भारत के लिए शॉकिंग रिपोर्ट आई है. IMF की तरफ से प्रकाशित नवीनतम विश्व आर्थिक आउटलुक से जाहिर होता है कि भारत 2025 तक बांग्लादेश से अधिक गरीब देश बन जाएगा. यह बहुत ही अप्रत्याशित है, मोदी ने भारत के भविष्य को दांव पर लगा दिया है. भारत अब विकासशील देश नहीं रहा."


ये हूबहू वो पंक्तियां हैं, जिसे वायरल ट्विट में ग्राफिक्स के जरिए कहा गया है.


क्या है वायरल ट्वीट की सच्चाई?


हालांकि जब इस वायरल ट्वीट में लिखी गई बातों की पड़ताल की गई तो ये पूरी तरह से फर्जी निकली. दरअसल जिस शख्स के ट्विटर अकाउंट में ये जानकारी दी गई है, वो पूरी तरह से ग़लत और भ्रामक है. सच तो ये है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की तरफ से ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया है.


खुद पीआईबी की तरफ से इसका फैक्ट चेक किया गया. पीआईबी पर सरकार ने साफ किया है कि इस वायरल ट्विट में झूठा दावा किया जा रहा है कि  IMF के नवीनतम विश्व आर्थिक आउटलुक के अनुसार भारत 2025 तक बांग्लादेश से अधिक गरीब होगा और अब विकासशील देश नहीं रहेगा. 






गलत जानकारी के जरिए भ्रम फैलाने की कोशिश


इसके साथ ही पीआईबी के फैक्ट चेक पेज पर आईएमएफ की एमडी क्रिस्टालिना जॉजीर्वा के एक बयान को भी  क्वोट गया है. इसमें IMF की एमडी कह रही है कि भारत वैश्विक अर्थवयवस्था में ब्राइट स्पॉट बना रहेगा और 2023 में वैश्विक विकास में 15% योगदान करेगा. सरकार ने साफ किया कि IMF ने कहा है कि 2023 में भारत का जीडीपी वृद्धि दर 6.1% रहेगी. आईएमएफ की एमडी क्रिस्टालिना जॉजीर्वा ने माना है कि वैश्विक सुस्ती के बावजूद भारत चमकता सितारा बना रहेगा.भारत ने वास्तव में डिजिटलाइजेशन की दुनिया में अपने कदम बढ़ाए हैं जिससे महामारी के असर से बाहर निकलने और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने का मौका पैदा हुआ है.


इस तरह से ये साफ है कि इस ट्विटटर पोस्ट पर जो भी दावे किए गए हैं, वे पूरी तरह से ग़लत और गुमराह करने वाले हैं. बता दें कि अगर आपके नज़रों के सामने भी ऐसा कोई पोस्ट गुजरे तो उस पर कतई भरोसा नहीं करें और सरकार की वेबसाइट्स पर जाकर सही जानकारी हासिल करें.