दिल्ली में एक और श्रद्धा हत्याकांड जैसा मामला सामने आया, जहां एक युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या कर उसका शव कई दिनों तक फ्रिज में छिपाकर रखा. इस मामले को लेकर पुलिस कई तरह के खुलासे कर चुकी है. वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग आरोपी पर भड़क रहे हैं, लोगों की मांग है की उसे सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए. इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग लगातार इस हत्याकांड को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश भी कर रहे हैं. कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि हत्या करने वाला युवक मुस्लिम समुदाय से आता है. कुछ लोगों ने इसे लव जिहाद से भी जोड़ दिया है. 


क्या है सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने दिल्ली के इस हत्याकांड को लेकर पोस्ट किया है. इसमें आरोपी युवक की तस्वीर के साथ कहा जा रहा है कि एक और लव जिहाद का मामला आया है, ये जेहादी कभी भी नहीं सुधरने वाले हैं. पुलिस ने इस मामले में आरोपी साहिल को गिरफ्तार किया है. इसी तरह के दावे साहिल को लेकर किए जा रहे हैं, जिनमें लोगों को बताया जा रहा है कि साहिल नाम का युवक अलग धर्म से आता है, जिसने सांप्रदायिक तौर पर अपनी गर्लफ्रेंड निक्की की हत्या कर दी.


क्या है दावे का सच?
अब सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे इन दावों की सच्चाई आपको बताएं तो इनमें कोई भी दम नहीं है. यानी ये पूरी तरह से भ्रामक हैं. निक्की यादव हत्याकांड में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है. पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है उसका पूरा नाम साहिल गहलोत है. वहीं युवती का नाम निक्की यादव है. दोनों एक ही समुदाय से आते हैं. साहिल गहलोत का पूरा नाम नहीं बताकर इस तरह के भ्रामक दावे किए जा रहे हैं. सांप्रदायिक रंग देने के लिए लोग सिर्फ साहिल लिखकर उसकी तस्वीर शेयर कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस की एफआईआर में भी साहिल गहलोत का पूरा नाम लिखा है.


यानी निक्की यादव हत्याकांड को लेकर गलत जानकारी फैलाने की कोशिश की जा रही है. अगर आपको भी कोई ऐसी पोस्ट सोशल मीडिया पर दिखे तो आप सही जानकारी कमेंट में लिख सकते हैं, वहीं भूलकर भी ऐसी गलत जानकारी को शेयर न करें. 


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