Pope Francis Fact Check: ईसाइयों के सर्वोच्च गुरू पोप फ्रांसिस ने पिछले साल एक खुलासा किया था, जिसमें उन्होंने इंटरनेट पर अश्लील वीडियो देखने की बात कही थी. उनके इस सच से हड़कंप मच गया था. पोप ने कहा था कि नन और पादरी भी इंटरनेट पर एडल्ट कंटेंट देखते हैं. इसके बाद पोप फ्रांसिस एक बार फिर से चर्चा में हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर पोप फ्रांसिस की कई तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों में पोप फ्रांसिस ने सफेद रंग की लंबी पफर जैकेट पहनी हुई है. इंटरनेट यूजर्स इन तस्वीरों को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह असली हैं. हालांकि, इन तस्वीरों की सच्चाई कुछ और ही है. जिसके बारे में हम आपको बताने वाले हैं.


कैसी हैं पोप की वायरल तस्वीरें
एम जेफनॉल्डो नाम के एक यूजर ने अपने ट्विटर में पोप फ्रांसिस की तस्वीरों को शेयर किया है. ट्वीट के कैप्शन में यूजर ने लिखा कि पोप फ्रांसिस की एक नई तस्वीर आज वेटिकन सिटी में एक बड़ी सफेद पफर जैकेट पहने हुए है. इन तस्वीरों में पोप अलग-अलग पोज में दिखाई दे रहे हैं. यूजर ने पोप की तस्वीरों को 25 मार्च की रात 11:16 बजे पोस्ट किया था. इसी तरह तमाम सोशल मीडिया यूजर्स भी अपने दावों के साथ इसे शेयर कर रहे हैं.






क्या है सच्चाई?
क्या पोप की यह तस्वीर असली है? इसकी जांच करने पर हमने पाया कि ये वायरल तस्वीरें फर्जी हैं और इनको लेकर किया जा रहा दावा झूठा है. दरअसल, पोप की तस्वीरें एडिटेड हैं और इनको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के मिडजर्नी नामक एआई आर्ट टूल पर बनाया गया है. एक कीवर्ड सर्च करने पर हमें एक अमेरिकी वेबसाइट बजफीड न्यूज का आर्टिकल मिला. 27 मार्च को शेयर की गई इस रिपोर्ट में पोप की वायरल तस्वीर थी, जिसमें कहा गया था कि ये तस्वीर शिकागो क्षेत्र के एक कंस्ट्रक्शन वर्कर पाब्लो ज़ेवियर (31) ने बनाई थी. हालांकि, उनके अनुरोध के अनुसार रिपोर्ट में क्रिएटर का अंतिम नाम बदल दिया गया था.


रिपोर्ट में कहा गया है कि जेवियर मिडजर्नी नामक एआई आर्ट टूल से 'फनी और साइकेडेलिक' तस्वीरें बनाता है. इसमें यह भी कहा गया है कि जेवियर ने 'पोप को बालेंसीगा पफर कोट पहने और रोम या पेरिस की सड़कों पर चलते हुए' की एक तस्वीर को इमेजिन किया था. इसमें जेवियर की अन्य एआई-जेनरेट की गई पोप की एक ऑरेंज रंग की जैकेट पहने हुए तस्वीर भी थी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंटेंट शेयरिंग प्लेटफॉर्म रेडिट पर जेवियर का अकाउंट अब सस्पेंड कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने वहां अपनी रचनाएं पोस्ट की थीं जो वायरल हो गई थीं.


मिडजर्नी कैसे काम करती है?
हमने इसी तरह के कमांड के साथ मिडजर्नी पर पोप फ्रांसिस की अधिक एआई-जेनरेट की गई तस्वीरों की जांच की. हमने मिडजर्नी पर कीवर्ड सर्च किया और इसी तरह के उदाहरणों की खोज की और पोप को विभिन्न प्रकार के जैकेट पहने दिखाते हुए एआई-जेनरेट की गई कई तस्वीरें मिलीं. इतनी छानबीन के बाद ये स्पष्ट हुआ कि सफेद पफर जैकेट में पोप फ्रांसिस की वायरल तस्वीर एआई-जेनरेट की गई है और इसे असली तस्वीर बताकर गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है. हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक साबित हुआ.


ये भी पढ़ें- Fact Check: बुर्का पहने छात्राओं ने किया 'जय श्री राम' गाने पर जोरदार डांस? जानें वायरल दावे की सच्चाई