Rupees and Dollar Fact Check: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है. जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि डॉलर की जगह जल्द ही रुपया लेगा. इसमें न्यूयॉर्क टाइम्स का हवाला देते हुए बताया गया है कि विश्व के 30 देश अब भारतीय रुपयों में लेनदेन कर रहे हैं. अन्य इंटरनेट यूजर्स भी इसी दावे को शेयर कर रहे हैं. लेकिन, इस दावे की सच्चाई अलग है. जिसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी देंगे और इसका पर्दाफाश करेंगे.


क्या पोस्ट हो रही वायरल?
नरेंद्र नाम ने एक ट्विटर यूजर ने इस मामले पर कई ट्वीट्स की चेन पोस्ट की है. जिसमें लिखा है कि New York Times लिखता है की अब डॉलर का स्थान भारत का रुपया ले लेगा... भारत ने Rupee का आरंभ 13 जुलाई 22 को ग्लोबल करना शुरू किया था आज 8 महीने में अंतरराष्ट्रीय होने जा रहा है.. क्या आश्चर्य की बात नहीं? 30 देश आज Rupee में लेनदेन कर रहे है। सऊदी भारत को तेल Rupee में कर रहा है.


डायरेक्टोरेट ऑफ फॉरेन ट्रेड यानी DGFT ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया था की exports और इंपोर्ट रूपी में हो सकता है. आज 64 देश भारत से रूपी में लेनदेन को हामी भर चुके है, इसराइल, जर्मनी, इटली जैसे देशों ने भी रूपी में व्यापार करने की हामी भर दी है.


UPI का अर्थ Unite Payment International का बढ़ता दवदबा बढ़ता जा रहा है. 50 देशों में हमारा रुपया का लेनदेन होते ही IMF में स्थान पा जाएगा फिर हर देश को रिजर्व में रूपी भी रखना पड़ेगा।बस इंतजार है भारत के रिजर्व 1.5 ट्रिलियन होने का, भारत विश्व के शीर्ष पायदान पर देखा जाने लगेगा.


भारत के टुकड़े करने का सपना देखने वाले George Soros जैसे दसियो खरबपति और विपक्ष औंधेमुंह पड़े होंगे. हम क्या करें... बस आज की सरकार पर भरोसा रखे और साथ चले। विपक्ष के बहकावे में न आएं. इस पोस्ट को 10 मार्च, 2023 को शेयर किया गया था.






क्या है सच्चाई?
वायरल पोस्ट की गंभीरता समझते हुए हमने जांच शुरू की. पोस्ट से जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमें न्यूयॉर्क टाइम्स की ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली. लेकिन, फ़र्स्टपोस्ट की एक रिपोर्ट मिली, जिसे 27 मार्च को प्रकाशित किया गया था और इसकी हेडलाइन थी डॉलर की जगह रुपये की दौड़: INR में व्यापार करने के इच्छुक देशों के क्लब में मिस्र का नवीनतम प्रवेश. इस आर्टिकल में लिखा गया कि यदि काहिरा और नई दिल्ली के बीच भारतीय रुपये में व्यापार को निपटाने का सौदा हो जाता है तो मिस्र 18 देशों (रूस, यूके, सिंगापुर, जर्मनी आदि) में शामिल हो जाएगा, जो INR में व्यापार करने और सीमा पार लेनदेन के लिए डॉलर छोड़ने पर सहमत हुए हैं.


इसके अलावा, हमें दूसरे कीवर्ड सर्च किये तो हमें बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट मिली. इसकी हेडलाइन थी RBI ने यूके और 17 अन्य देशों के बैंकों को रुपये के व्यापार के लिए वोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी. इस आर्टिकल में लिखा गया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने 18 देशों में विदेशी बैंकों को रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को व्यवस्थित करने के लिए वोस्ट्रो खाते खोलने की मंजूरी दी है. पिछले साल जुलाई में केंद्र ने कहा कि वह रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को व्यवस्थित करने के लिए एक तंत्र स्थापित करेगा. आरबीआई ने अब बोत्सवाना, फिजी, जर्मनी, गुयाना, इज़राइल, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, रूस, सेशेल्स, सिंगापुर, श्रीलंका, तंजानिया, युगांडा और यूनाइटेड किंगडम को वोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी है.


उधर, ट्विटर यूजर ने व्यापार के लिए रुपये का इस्तेमाल करने वाले देशों में इटली का नाम बताया था, जोकि गलत है. हालांकि, हमें विश्व के 30 देशों में भारतीय रुपये लेनदेन को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स की कोई रिपोर्ट नहीं मिली. जांच में यह स्पष्ट हुआ कि ट्विटर यूजर ने पोस्ट में जो दावे किये थे, वे सारे झूठे और निराधार हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स ने ऐसी किसी भी रिपोर्ट को कभी प्रकाशित नहीं किया, जैसा कि दावा किया जा रहा है.


Credit: PTI


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