Fact Check: 'डेबिट-क्रेडिट कार्ड से 7 लाख तक के खर्च पर कटेगा टैक्स', पूरी तरह गलत है TMC नेता का ये दावा
Fact Check: सरकार ने साफ किया है कि डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर एक साल में 7 लाख रुपये तक के विदेशी खर्च पर कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा.
Fact Check: तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले ने दावा किया था कि बैंक सालाना 7 लाख रुपये से कम खर्च की पुष्टि नहीं कर सकते. गोखले की इस बात को पीआईबी ने गलत करार दिया है. उन्होंने कहा कि कि तृणमूल कांग्रेस के एक प्रवक्ता का यह दावा बिल्कुल गलत है. इसमें यह भी कहा था कि लोगों से टीसीएस (TCS) पर 20 प्रतिशत टैक्स वसूला जाएगा चाहे वे विदेश में कितना भी खर्च करें.
सरकार ने शुक्रवार (19 मई) को घोषणा की कि डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके एक साल में 7 लाख रुपये तक के विदेशी खर्च पर कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा. सरकार ने सभी खर्चों पर टीसीएस चार्ज करने की केंद्र की पहले की एक घोषणा पर जनता के प्रश्नों के जवाब में ये बात कही.
क्या था साकेत गोखले का दावा?
पीआईबी ने गोखले के पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी ट्वीट किया है और कहा कि यह एक “झूठा” दावा है. उनकी तरफ से दावा किया गया था कि बैंक यह सत्यापित नहीं कर सकते हैं कि आपने एक वर्ष में 7 लाख रुपये से कम खर्च किया है. पीआईबी ने कहा कि उदारीकृत प्रेषण योजना (LRS) एक व्यक्ति के खर्च को आरबीआई (RBI) की मदद से मॉनिटर करती है.
Claim: Banks cannot verify whether you’ve spent less than 7 lacs in a year.#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 20, 2023
▪️ This claim is False.
▪️ Liberalised Remittance Scheme (LRS) spends of an individual are compiled & monitored by @RBI. pic.twitter.com/xcmatDKeJQ
गोखले का मोदी सरकार पर हमला
गोखले को 6 मई को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुजरात की एक कोर्ट ने जमानत दी थी. उन्होंने इसके बाद मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि विदेश में खर्च पर 7 लाख रुपये की नई छूट “एक बहाना” है. गोखले पर क्राउड-फंडिंग पहल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं, जिसके लिए उन्हें इस साल जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था.
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