Electric Car Explosion Fact Check: हाल में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है. इसमें कथित तौर पर एक कार में भयानक तरीके से ब्लास्ट हो जाता है. धमाके के कुछ सेकंड के बाद कार की डिक्की से धुआं निकलने लगता है. वहीं, घटनास्थल से भागने की कोशिश कर रहे एक शख्स की मौत भी हो जाती है, जिससे एक लाल रंग का डिब्बा तेजी से टकराता है. इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ऐसा दावा कर रहे हैं कि यह घटना भारत में हुई है. हालांकि, वायरल वीडियो की सच्चाई काफी अलग है.


यहां देखें वायरल वीडियो


मैनकाइंड नाम के एक फेसबुक पेज ने इस वीडियो को शेयर किया है. पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया कि 'चार्ज करते समय इलेक्ट्रिक कार उड़ जाती है. भारत में इस तरह की घटनाएं (दुर्घटनाएं) यहां-वहां होती रहती हैं. जो भी हो, ऐसा प्रतीत होता है कि इस तकनीक को पूरी तरह से व्यावसायिक रूप से सफल होने में कुछ और समय लगेगा.'


25 सेकेंड के इस वीडियो को 30 मार्च, 2023 की रात 10:56 बजे पोस्ट किया गया है. वीडियो में दिख रहा है कि एक जगह पर कई करें खड़ी हुई हैं. अचानक एक कार में धमाका होता है और धुआं निकलता है. धमाके के दौरान एक लाल रंग का डिब्बा उछलता है और कहीं से लड़कर वापस आता है, जो वहां से भाग रहे एक शख्स को लगता है, जिससे वो जमीन पर गिर जाता है. वहां मौजूद अन्य लोग मदद के लिए आते हैं. लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी होती है.



इसके अलावा, गौतम त्रिवेदी नाम के यूजर ने अपने वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से वीडियो को शेयर किया है. ट्वीट के कैप्शन में लिखा कि 'चार्ज करते समय इलेक्ट्रिक कार उड़ जाती है'. हालांकि, दूसरे ट्वीट का कैप्शन में यूजर ने लिखा कि अपडेट: यह स्पष्ट रूप से एक एलपीजी वाहन है जो इलेक्ट्रिक नहीं है.





वहीं, सैयद जे जाविद नाम के एक अन्य फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि चार्जिंग प्वाइंट पर इलेक्ट्रिक कार में विस्फोट'.



वायरल वीडियो की सच्चाई


कार ब्लास्ट के वीडियो को लेकर हमने तहकीकात शुरू कर दी. इसके कीवर्ड्स को सर्च किया तो हमें एवगेनी नाम के यूजर का ट्विटर हैंडल मिला. इसमें उसी वायरल वीडियो का एक्सटेंडेड वर्जन था, जो 28 फरवरी, 2023 को पोस्ट किया गया था. इस सीसीटीवी कैमरा फ़ुटेज पर 25 फरवरी, 2023 की तारीख थी.


ट्वीट के कैप्शन में लिखा था कि समरकंद (उज्बेकिस्तान) में गुब्बारे ने जोरदार टक्कर मारी और गैस स्टेशन के एक कर्मचारी के सिर में जा लगी. शख्स की मौके पर ही मौत हो गई.' कार धमाके जो लाल रंग की चीज उस शख्स को लगी थी, वह कार का फ्यूल टैंक था. इससे स्पष्ट हुआ कि न तो ये वीडियो भारत का है और न ही ये किसी इलेक्ट्रिक कार को दिखाता है.






इसके अलावा, हमें दुर्घटना के वायरल फुटेज वाली एक तुर्की समाचार की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, एक कार के फ्यूल टैंक में विस्फोट हो गया, जब एक शख्स उज्बेकिस्तान के समरकंद में एक गैस स्टेशन पर अपनी कार में ईंधन भर रहा था. टैंक के जिस हिस्से में विस्फोट हुआ, उसने 42 वर्षीय एक अधिकारी की जान ले ली, जो भागने की कोशिश कर रहा था. एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में भी कहा गया कि समरकंद में बेदिल स्ट्रीट पर एक गैस स्टेशन पर एक नेक्सिया -3 कार में विस्फोट हुआ था. कई अन्य मीडिया आउटलेट्स ने उस समय उज़्बेकिस्तान में इस कार विस्फोट के बारे में सूचना दी थी.


ऐसी ही एक रिपोर्ट में समरकंद विलायती FVB नाम के एक टेलीग्राम चैनल का एक संदेश था, जो समरकंद क्षेत्र का आपातकालीन विभाग है. इस संदेश में दुर्घटना के विवरण के साथ नष्ट हुई कार और टूटे हुए लाल सिलेंडर की तस्वीरें थीं. मोटे तौर पर अंग्रेजी में अनुवाद किए संदेश में बताया गया कि 25 फरवरी को सुबह 11:30 बजे समरकंद के एम. बेदिल स्ट्रीट पर एक फ्यूल स्टेशन पर 2019 में निर्मित नेक्सिया 3 कार के गैस सिलेंडर में ईंधन भरते समय एक वर्कर की मौत हो गई. किसी अन्य के हताहत होने की सूचना नहीं थी. यही जानकारी विभाग ने अपने फेसबुक पेज पर भी शेयर की थी.


अपनी छानबीन में हमने स्पष्ट किया कि भले ही भारत के विभिन्न हिस्सों में इलेक्ट्रिक कारों में आग लगने और विस्फोट होने की घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन, वायरल वीडियो में दिखाई गई कार का भारत से कोई लेनादेना नहीं है. वायरल दावा पूरी तरह भ्रामक और फर्जी है.


ये भी पढ़ें- Fact Check: DPS गोवा ने छात्राओं को बिकनी पहनकर स्कूल आने की नहीं दी है इजाजत, गलत दावे के साथ पोस्ट हो रहा वायरल