चोर से कैसे आतंकी बना कसाब? 26 नवंबर 2008 वो तारीख थी, जो हम कभी नहीं भूल सकते इसी दिन आतंकियों ने मुंबई पर बड़ा हमला किया इनमें से एक आतंकी अजमल कसाब भी था कसाब चौथी क्लास तक पढ़ा हुआ था गरीबी के चलते उसने डकैती करना शुरू किया बाद में वो लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में आया कसाब ने फांसी से पहले खुद सारी बातें बताई थी कसाब ने बताया था कि कैसे इस हमले से पहले आतंकियों को ट्रेंनिग दी गई थी साल 2012 में आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सजा दी गई