मौर्य राजवंश के तीसरे शासक थे सम्राट अशोक

वह कलिंगा पर हमला करने वाले पहले शासक थे

कलिंगा युद्ध में हुए नरसंहार ने उनके दिल को पिघला दिया था

इस युद्ध में लगभग 1 लाख से अधिक लोग मारे गए थे

इस युद्ध ने उनको पूरी तरह से बदल दिया था

कलिंगा युद्ध के बाद वह बौद्ध धर्म अपना लिए थे

इस युद्ध के बाद कभी युद्ध नहीं करने की संकल्प ली थी

इसके साथ ही वह बुंदेलखंड को भी छोड़ दिया

कलिंगा युद्ध के बाद वह झांसी से करीब 40 किमी. दूर गुजर्रा गांव में रुके थे

वह गुजर्रा गांव में लगभग 15 दिनों तक रुके थे