करेले की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी का चयन करें

अच्छी जल निकासी वाली भूमि में करेले का उत्पादन बेहतर होता है

करेले की बुवाई के लिए फरवरी-मार्च का समय उपयुक्त माना जाता है

बीजों को बुवाई से पहले 24 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें

पौधों के बीच 1-2 मीटर का अंतराल रखें ताकि वे अच्छे से बढ़ सकें

नियमित रूप से सिंचाई करें, विशेषकर गर्मियों के मौसम में

खरपतवार नियंत्रण के लिए निराई-गुड़ाई नियमित रूप से करें

कीट और रोगों से बचाव के लिए जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें

फसल को समय-समय पर निरीक्षण करें और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान करें

करेले की तुड़ाई सुबह के समय करें ताकि गुणवत्ता बनी रहे