बाजरा खरीफ सीजन की एक प्रमुख फसल है

कम बारिश के बावजूद बाजरे की फसल अच्छा मानी जाती है

बाजरे की खेती के लिए बलुई-दोमट मिट्टी अच्छी होती है

भारी मिट्टी और भराव वाले क्षेत्र में बाजरा अच्छा नहीं होता है

बाजरा की बुवाई के पहले खेत को अच्छी तरह से जुताई की जाती है

जुताई के बाद सड़ी हुई खाद को मिट्टी में अच्छी तरह मिला लें

बाजरे की खेती के लिए ज्यादा सिंचाई करने की ज़रूरत नहीं होती

हालांकि,बारिश न होने पर भी 10-15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें

फूल और दाना आने के बाद खेत में नमी की मात्रा कम न होने दें

इसमें कई तरह के रोग लग सकता इसका बचाव जरूर करें