अक्लदाढ़ बहुत धीमी स्पीड से निकलती है

अचानक कभी भी मसूड़ा सूज जाता है या दर्द करने लगता है

कभी मसूड़ा छिला हुआ महसूस होता है तो कभी बहुत चीसता है

कुछ दिन ये सिलसिला चलने के बाद अचानक शांति हो जाती है

फिर किसी दिन सुबह आंख ही मसूड़े के दर्द के कारण खुलती है

यानी ना अक्ल आसानी से आती है ना अक्लदाढ़

स्वेलिंग और दर्द अधिक है तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं

गम इरिटेशन से बचने के लिए अपनी मर्जी से कोई दवाई ना खाएं

ताकि सूजन वाले मसूडे़ में ना दर्द हो ना इंफेक्शन फैले और घाव भी ना बने

अक्लदाढ़ आने की प्रॉसेस के दौरान दिक्कत होने पर डेंटिस्ट से मिलते रहें