वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की
तृतीया तिथि अक्षय तृतीया कहलाती है. अक्षय का अर्थ होता है, जो कभी खत्म ना हो.


इस दिन होने वाले कार्य का
ऐसा शुभ फल मिलता है जो कभी खत्म नहीं होता है. इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को मनाई जाएगी.


अक्षय तृतीया के दिन कोई
भी नया या मांगलिक कार्य करना बहुत शुभ माना गया है.


अक्षय तृतीया का दिन माता
लक्ष्मी का दिन माना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ करने से माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है.


इस दिन स्वर्ण और चांदी खरीदना
शुभ माना गया है और अक्षय तृतीया पर स्वर्ण खरीदने से यह पीढ़ियों तक बढ़ता है.


इस दिन जल से भरा हुआ घड़ा,
गुड़, बर्फी, सफेद वस्त्र, नमक, शरबत, चावल, चांदी का दान भी किया जाता है.


ऐसा करना बहुत ही शुभ
फलदायी होता है. ऐसा करने से भक्त के घर में मां लक्ष्मी स्वयं चलकर आ जाती हैं.


आज के दिन देवता व पितरों
के नाम से दान देने पर अक्षय पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है.