जब इजरायल ने की थी अल्बर्ट आइंस्टीन से राष्ट्रपति बनने की सिफारिश



साल 1952 में इजरायल के पीएम ने आइंस्टीन के सामने रखा ये ऑफर



आइंस्टीन ने कहा था कि उनमें आधिकारिक कार्यों को करने की योग्यता नहीं है



आइंस्टीन के मुताबिक, यहूदियों के साथ उनका बंधन बहुत मजबूत है



लेकिन वो स्वयं को राष्ट्रपति के लिए योग्य नहीं समझते थे



आइंस्टीन एक यहूदी थे और इजरायल की काफी मदद करते थे



अगर आइंस्टीन राष्ट्रपति का पद स्वीकार भी कर लेते तो ज्यादा परिवर्तन न आता



क्योंकि इजरायल में राष्ट्रपति का पद सम्मान का है, शक्ति का नहीं



इजरायल में असल शक्ति प्रधानमंत्री के पास होती है



आइंस्टीन जातिवाद विरोधी थे और नस्लवाद से नफरत करते थे