प्राचीन काल में ग्रंथों की रचना
के लिए भोजपत्र का उपयोग किया जाता था.


भोजपत्र एक प्रकार का पत्र
होता है जो वृक्षों की छाल से बनाया जाता है.


इसे लंबे और चौड़े टुकड़ों में
काटा जाता है, जिन्हें एक दूसरे से जोड़ कर ग्रंथ बनाया जाता है.


भोजपत्र का उपयोग भारतीय
संस्कृति में बहुत पुराने समय से होता आया है.


इसे लेखने के लिए कलम और
खड़ी जोड़ी जाती थी, जिससे लिखाई अधिक सुविधाजनक होती थी.






इन भोजपत्र ग्रंथों में वैदिक विद्या,
उपनिषद, संगीत, राजनीति, धर्म,


ज्योतिष आदि विषयों पर ज्ञान
और संस्कृति संबंधी जानकारी लिखी गई थी.