क्या आप उस जगह के बारे में जानते हैं जहां 4 हजार लोग -98 डिग्री टेंपरेचर में रहते हैं?



अंटार्कटिका (Antarctica) पृथ्वी पर सबसे ठंडी जगह है, जहां का टेंपरेचर माइनस 98 डिग्री तक नीचे चला जाता है.



साइंटिस्ट्स के मुताबिक, यहां इतने लो टेंपरेचर की वजह बेहद सूखी हवाएं हैं. यानी यहां हवा की नमी खत्म हो जाती है.



पूरी तरह बर्फीला होने और ऑक्सीजन के अभाव के कारण यहां कोई शहर, गांव, इंडस्ट्री या घर नहीं हैं.



हालांकि, अंटार्कटिका में करीब 4 हजार लोग रहते हैं, जिनमें ज्यादातर लोग साइंटिस्ट, रिसर्चर्स या टूरिस्ट हैं.



आंटार्कटिका में काम करने वाले ज्यादातर साइंटिस्ट्स अल्ट्रा वॉयलेट रे (UV rays) के संपर्क में आते हैं. जो कि UV किरणों की अनुशंसित सीमा का 5 गुना होता है.



यहां दुनियाभर के साइंटिस्ट आते हैं, इसलिए इसका नाम 'द इंटरनेशनल कॉन्टिनेंट' भी रखा गया है.



यहां साइंटिस्ट्स और रिसर्चर्स को बेस से बाहर निकलकर काम करने के लिए फील्ड-सेफ्टी ट्रेनिंग भी दी जाती है.



अंटार्कटिका में सर्दियों के समय लगातार अंधेरा रहता है. यहां रहना काफी मुश्किल और मैजिकल है.



अंटार्कटिका (Antarctica) पांचवा सबसे बड़ा महाद्वीप है, जो कि पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव का इलाका है.



अंटार्कटिका का क्षेत्रफल 14,200,000 वर्ग किमी है, जो कि कुल भू-भाग का 9.4% हिस्सा है.