क्या आपको पता है कोलकाता की बदनाम गली का नाम सोनागाछी कैसे पड़ा?

इतिहासकार पीटी नायर अपनी किताब में सोनागाछी की कहानी लिखे हैं

नायर लिखते हैं कि इस इलाके में सनाउल्लाह नाम का एक डाकू अपनी मां से साथ रहता था

एक दिन डाकू की मौत हो जाती है

कुछ दिन बाद उसकी मां को झोपड़ी से रोने की आवाज सुनाई देती है

झोपड़ी से आवाज आ रही थी मां तुम मत रो, मैं गाजी बन गया हूं

यहां से सनाउल्लाह से सोना गाजी नाम आया

नायर लिखते हैं कि सनाउल्लाह की मां अपने बेटे की याद में एक मस्जिद बनवाई

इस मस्जिद का नाम पड़ा सोना गाजी

उसकी मां की मौत के बाद यह मस्जिद खंडहर में तब्दील हो गई

इस तरह इस इलाके का नाम सनाउल्लाह गाजी से बदल कर सोना गाजी कर दिया गया

इसका नाम बदलते बदलते सोनागाछी हो गया