अफ़गानिस्तान के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में रहने वाले इंडो-आर्यन लोग 2000-1500 ईसा पूर्व के बीच हिंदू धर्म का पालन करते थे. अफ़गानिस्तान में हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध धर्म का भी पालन किया जाता था. अफ़गानिस्तान में हिंदू राजाओं के नाम: कल्लार, सामंतदेव, अष्टपाल, भीम, जयपाल, आनंदपाल, भीमपाल, और त्रिलोचनपाल. अफ़गानिस्तान में बौद्ध धर्म के प्रचार के बाद यह बौद्धों का गढ़ बन गया. अफ़गानिस्तान में महमूद गज़नी ने मंदिरों, शिक्षा केंद्रों, मंडियों, और भवनों को नष्ट कराया और स्थानीय लोगों का धर्म परिवर्तन कराया. 11वीं सदी में ज़्यादातर हिंदू मंदिरों को नष्ट कर दिया गया या मस्जिदों में बदल दिया गया. आज अफ़गानिस्तान में हिंदू धर्म का पालन करने वाले बहुत कम लोग हैं. अफ़ग़ानिस्तान के गांधार महाजनपद का उल्लेख महाभारत और दूसरे हिंदू ग्रंथों में भी मिलता है. अफ़ग़ानिस्तान में इस्लामी आक्रमण के बाद हिंदू धर्म का प्रभाव कम हो गया और इस्लाम वहां का सबसे बड़ा धर्म बन गया.