तुलसी को बहुत पवित्र माना गया है. तुलसी को ग्रहण के समय खाने में डाला जाता है. ग्रहण के दौरान जिन चीजों में तुलसी का पत्ता डाला जाता है, उनमें किसी तरह का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता. तुलसी के पत्तों में पारा और आर्सेनिक जैसे गुण होते हैं, जो वातावरण में मौजूद नकारात्मक किरणों से चीजों को बचाते हैं. आयुर्वेद में तुलसी को एंटी-बैक्टीरियल माना गया है. ग्रहण के दौरान सूतक काल लगने से वातावरण में नकारात्मक ऊर्जाओं का संचार होता है. तुलसी को घर की नकारात्मक ऊर्जा को निष्क्रिय करने की क्षमता होती है इसीलिए ग्रहण के दौरान भोजन में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं.