पितरों से संबंधित कर्मकांड में काले तिल का प्रयोग किया जाता है. तर्पण और पिंडदान के दौरान भी काला तिल की प्रयोग होता है. पितरों को काला तिल अर्पित करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. पितरों को काला तिल अर्पित करने से वे तृप्त होकर आशीर्वाद देते हैं. आइये जानते हैं आखिर पितरों को काला तिल क्यों प्रिय है. माना जाता है कि काले तिल में तीर्थ का जल समाहित होता है. साथ ही काले तिल को मोक्ष और शांति का भी प्रतीक माना जाता है. इसलिए पितरों को तृप्त करने में काला तिल सहायक होता है. पितृ दोष निवारण और पितरों की आत्मा की शांति के लिए भी यह प्रभावी है.