दिवाली का पर्व कार्तिक अमावस्या यानी 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा.

दिवाली खुशियों का त्योहार है, जिसे युगों-युगों से मनाया जा रहा है.

लेकिन दिवाली के दिन परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए तो क्या करें.

शास्त्रों के अनुसार जिस परिवार में मृत्यु होती है, वहां सूतक लग जाता है.

सूतक काल में मृतक के कर्मकांड होते हैं और पूजा-पाठ की मनाही होती है

दिवाली के दिन परिवार में मृत्यु होने पर कई लोग सालों तक पर्व नहीं मनाते.

किसी पर्व के दिन घर पर मृत्यु होने पर उस त्योहार को खोटा माना जाता है.

लेकिन दिवाली के दिन अगर घर पर नवजात का जन्म हो जाए तो

दिवाली का त्योहार फिर से मनाने की शुरुआत हो जाती है.