पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व है.
व्रत रखने से शक्ति, स्वास्थ्य और सफलता प्राप्त होती है.
घर के पूजा स्थल को शुद्ध करें.
कलश स्थापना कर जल, आम के पत्ते और नारियल रखें.
घी का भोग लगाने से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है.
आरती करें और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें.
यह रंग ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है.
मां शैलपुत्री की कृपा से सभी संकट दूर होते हैं.
सही विधि से पूजा करने पर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
मां की कृपा से सफलता और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है.