दिवाली के छह दिन बाद छठ महापर्व मनाया जाता है.

कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी से लेकर सप्तमी तक छठ पूजा होती है.

इस साल छठ की शुरुआत 5 नवंबर से होगी और 8 नवंबर को समापन होगा.

नहाय खास से छठ की शुरुआत होती है और उषा अर्घ्य के साथ समापन होता है.

यह सूर्य उपासना का पर्व है. इसमें डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.

साथ ही इसमें छठी मैया की भी पूजा होती है. जानें कौन है छठी मैया.

छठी मैया या छठी देवी सूर्य देव की बहन और ब्रह्मा की मानस पुत्री हैं.

पुराणों में इन्हीं देवी का नाम कात्यायनी भी बताया गया है.

पुराणों में इन्हीं देवी का नाम कात्यायनी भी बताया गया है.