छठ पूजा की शुरुआत 5 नवंबर से हो चुकी है, इसका समापन
8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर होगा.


7 नवंबर 2024 को छठ पूजा की जाएगी. इस दिन
स्त्रियां शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी.


छठ पूजा में बांस से बने सूप का विशेष महत्व है. इसमें हरी
सब्जियां रखी जाती है.


दरअसल छठ पर्व प्रकृति को समर्पित है, ऐसे में इस त्योहार में
प्रकृति से जुड़ी चीजों का इस्तेमाल अधिक किया जाता है.


यही वजह है कि छठ पूजा के सूप में हरि सब्जियों के अलावा,
फल, सप्तधान रखकर पूजा की जाती है.


छठ पूजा के बांस की टोकरी में शरीफा, नारियल, केला,
नाशपाती और डाभ का उपयोग किया जाता है.


छठ पूजा में संतान सुख और परिवार की समृद्धि के लिए
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय उपासना करती हैं.


ये व्रत संतान को समस्त संकटों से बचाता है और तरक्की
प्रदान करता है.