छठ पूजा 7 नवंबर 2024 को है. इस दिन स्त्रियां संतान
प्राप्ति, बच्चों की खुशहाली के लिए 36 घंटे का व्रत करती हैं.


छठ पूजा में छठी मैया और सूर्य देव की पूजा का विधान है.
इन दोनों का गहरा रिश्ता है.


छठी मैया ब्रह्माजी की मानस पुत्री और सूर्यदेव की बहन हैं.



छठी मैया बच्चों की सुरक्षा, आरोग्य और सफलता का
आशीर्वाद देती हैं.


सूर्य देव को जीवन का स्त्रोत माना जाता है. वे पृथ्वी पर
जीवन को संभव बनाने वाले प्रमुख कारक हैं.


छठ पूजा में सूर्य को जल देने से सौभाग्य बना रहता है.



सूर्य देव प्रकृति का प्रतीक है. छठ पूजा में सूर्य को अर्घ्य
देकर प्रकृति के प्रति आभार व्यक्ति किया जाता है.


छठ पूजा में डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.
इसके बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है.