साल 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो गया है.



महाकुंभ और कुंभ में क्या अंतर होता है.



कुंभ मेला हर 3 साल में मनाया जाता है और यह चार स्थानों पर बारी-बारी से आयोजित किया जाता है.



जिसमें हरिद्वार, उज्जैन, नासिक और प्रयागराज शामिल हैं.



हर एक जगह एक चक्र में कुंभ मेले की मेजबानी करता है.



इस दौरान यह ध्यान रखा जाता है कि हर एक जगह पर हर 12 साल में एक बार कुंभ मेले का आयोजन जरूर किया जाए.



महाकुंभ का आयोजन 144 साल में एक बार होता है और इसे सभी कुंभ मेलों में सबसे पवित्र माना जाता है.



12 पूर्ण कुंभ के बाद महाकुंभ आता है.



सभी कुंभ में इसे सबसे महत्वपूर्ण माना गया है और इसमें भाग लेने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.